नई दिल्ली (भाषा)। सिक्कम के हिमालय के उंचाई वाले इलाकों में खरगोश परिवार के एक छोटे स्तनपायी की नई प्रजाति मिली है। एक अध्ययन में यह दावा करते हुए कहा गया है कि यह पारिस्थितिकी तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इस नई पीका प्रजाति की पहचान ‘‘ओकोटोना सिकिमरिया’ के तौर पर हुई है। इसकी खोज आनुवंशिक डेटा और खोपड़ी के माप के आधार पर किए गए अध्ययन में हुई है। यह अध्ययन ‘मॉलिक्यूलर फैलोजेनेटिक्स और एवोल्यूशन’ में प्रकाशित हुई है। खरगोश परिवार के ये सदस्य बिना पूंछ वाले चूहों की तरह दिखते हैं और उत्तर अमेरिका में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों जैसे तापमान के बढ़ने के प्रति अपनी संवेदनशीलता के लिए खबरों में रहे हैं। जलवायु परिवर्तन की वजह से पीका श्रृंखला की आबादी विलुप्त हो गई।
पत्र की पहली लेखिका निश्मा दहल ने पीका के डीएनए हासिल करने के लिए उनके नमूने लिए और प्रजातियों की पहचान की। डीएनए परिणामों को दुनिया की पीका प्रजातियों के नमूनों से मिलाया गया तो उन्होंने देखा कि ये काफी अलग हैं। यह साबित करने के लिए कि यह वाकई एक नई प्रजाति है उन्होंने सिक्किम पीका की तुलना उसके करीबी रिश्तेदारों से की। चाइजीज अकादमी ऑफ साइंसेज, जूलॉजिकल म्यूजियम ऑफ मॉस्को और स्टैंडफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं से इन संभावित प्रजाति का विस्तृत डेटा हासिल करने में दो साल लगे।
उन्होंने कहा कि पीका बहुत आकर्षक प्रजातियों में से एक है। अन्य स्तनधारियों को सर्दियों में मुश्किल होती है, जबकि पीका सर्दियां सुस्ती में नहीं गुजारते है। वह सर्दियों के लिए तैयारी करते हैं और सर्दी के खाने के तौर पर सूखी घास को जमा करते हैं।